चाहत का जवाब चाहत
हजरत अबुल हसन नूरी का वाक़्या है कि जब आप बुजुर्गी की इन्तेहा को पहुंच गये तो दूर दूर से लोग आपके दीदार के लिये हाजरी देने लगे उसी जमाना मे अस्फाहान मे रहने वाले एक नौजवान के दिल मे आपको देखने का शौख पैदा हुआ और वोह दिन रात आपको देखने के लिये तदबीर सोचने लगा मगर उसी दौरान अस्फाहान के शाह को भी उस नौजवान के इरादे का इल्म हो गया वोह किसी तौर पर ये नहीं चाहता था कि ये नौजवान हजरत अबुल हसन नूरी से मुलाक़ात के लिये जाये चुनानचे उसने उस नौजवान के अजम और इरादे से बाज रखने के लिये तरह तरह के लालच दिए कि अगर तुम उससे ना मिलने जाओ तो मैं तुम्हें एक महल के इलावा एक हजार दीनार और एक कनीज दूंगा सिर्फ यही नहीं बल्कि तुम और जिस चीज के तलब करोगे तुम्हें मिल जायेगी लेकिन शर्त ये है कि तुम अबुल हसन नूरी के पास जाने का इरादा छोड़ दो लेकिन वोह नौजवान भी हजरत नूरी से मिलने का पुख्ता इरादा किये हुऐ था उसने शाह की तरफ से तमाम पेश करदा अय्याशियों को ठुकरा दिया और शौख दीदार मे ही नंगे पाओ आपके दीदार के लिये चल दिया दूसरी तरफ हजरत अबुल हसन नूरी को भी गैब से इशारा हो गया कि उनका कोई चाहने वाला बड़ी दूर से दीवाना वार चला आ रहा है चुनानचे उन्होंने अपने इरादत मन्द को हिदायत की कि एक मील तक जमीन को साफ वा शफाफ कर दिया जाये कियोकि हम अपने आशिक को पूरे इजाज के साथ खुश आमदीद कहना चाहते हैँ और जब वोह नौजवान हाजरे खिदमत हुआ तो हजरत अबुल हसन नूरी ने उसके सामने बादशाह और उसके इरादे का पूरा किस्सा बयान कर दिया जिसको सुनकर नौजवान हैरत जदा रह गया फिर आपने उस नौजवान समेत तमाम मुरीदों को जमा करके फरमाया कि मुरीद की शान ये है कि उसके सामने सारे जहां की नियामते खुशियाँ पेश करदी जाये तो वोह उनपर निगाह उठाकर भी नहीं देखता,
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Thanks for reading: चाहत का जवाब चाहत, Sorry, my Hindi is bad:)