हजरत जुनेद का अंदाजे तब्लीग hazrat Juned Ka Andaje Tabligh
Hindi Stories
Islamic stories in hindi
islamic inspirational quotes
islamic motivational quotes
islamic Motivations
hort islamic stories
हजरत जुनेद एक रोज मस्जिद मे थे एक शख्स आया और कहा कि हजरत आपका वाज शहर ही मे काम करता है या जंगल मे भी कुछ तासीर बख्सता है आपने हाल पूछा उसने अर्ज किया कि चंद अशखास फलां मुकाम पर जंगल के अन्दर मशरूफे रकस दौरे शराब से मखमूर हैँ आपने उसी वक़्त मुँह लपेट कर जंगल की राह ली जब करीब पहुचे तो वोह लोग भागने लगे फरमाया कि भागो मत मैं भी तुम्हारा हम मशरिब हूँ और उसी वास्ते आया हूँ हमारे लिये भी लाओ शहर मे तो पी नहीं सकते पोशिदा तौर पर यहाँ आया हूँ उन लोगों ने कहा अफसोस है कि इस वक़्त शराब बाकी नहीं रही फरमाये तो शहर से मंगवा दी जाये हज़रत ने फरमाया किया तुमको कोई ऐसी बात नहीं आती कि शराब खुद बखुद आ जाया करे वोह बोले की साहब ये कमाल तो हममें नहीं फरमाया कि आओ मैं तुमको एक ऐसी बात सिखा दू कि शराब खुद बा खुद आजाये फिर शराब का मजा देखो वोह सब मुस्ताक हुऐ कि ये कमाल तो जरूर बता दीजिये कहा कि अच्छा अव्वल तो नहाओ फिर कपडे बदल कर मेरे पास आजाओ सबने ग़ुस्ल किया कपडे धोये फिर पाक साफ होकर आ मौजूद हुऐ तब फरमाया कि सब दो रकात नमाज पढ़ो जब वोह नमाज मे मशगूल हुऐ तो आपने दुआ मांगी कि अये खुदा मेरा तो इतना ही इख़्तियार था कि तेरे हुजूर मैं इनको खड़ा कर दिया अब तुझे इख़्तियार है खुवाह इन्को गुमराह कर खुवाह हिदायत बख्स चुनानचे हजरत की दुआ मंजूर हुई और वोह सब हिदायते कामिल से मुस्तफेज हुऐ,
Hindi Stories
Islamic stories in hindi
islamic inspirational quotes
islamic motivational quotes
islamic Motivations
hort islamic stories
Tabligh
Rate This Article
Thanks for reading: हजरत जुनेद का अंदाजे तब्लीग hazrat Juned Ka Andaje Tabligh, Sorry, my Hindi is bad:)