हज़रत जुलनून मिश्री Julnoon misri musa par Allah Ka Farman
हजरत जुलनून मिश्री रहमातुल्लाह अलै से रीवायत है,
फरमाया कि अल्लाह ताला ने हजरत मूसा अलै हिस्सलाम की तरफ वही की, कि अये मूसा उस परिन्दा के मानिन्द जिन्दगी बसर करो जो तन्हा रहता है द्रख्त पर से अपनी रोजी खाता है और खालिस पानी या नहर का पानी पीता है और जब रात हो जाती है तो किसी गार में पनाह गुजीन होता है क्योंकि उसे मुझसे उन्स और मेरे नाफरमानों से नफरत है अये मूसा मैंने अपने ऊपर कसम खाई है कि किसी मुदई अमल का अमल पूरा ना होने दूंगा और जो गैर से उम्मीद रखता है उसकी उम्मीद मुन्तके और जो मेरे सिवा परतकिया करेगा उसकी पीठ तोड़ दूंगा और जो मेरे गैर से ऊन्स करता है उसको वह वहशत में डालूंगा जो गैर से मोहब्बत करे उससे ऐराज करूंगा अये मूसा मेरे कुछ बंदे हैं कि अगर वोह मुझसे सरगोशी करते हैं तो मैं कान लगाकर सुनता हूं अगर पुकारते हैं तो उनकी तरफ मुत्वज्जा होता हूं अगर मेरी तरफ आते हैं तो मैं उनको अपने करीब करता हूं और तकर्रुब ढूंढते हैं तो मवासलत अता करता हूं और उनकी किफायत करता हूं अगर वोह मुझे सर परस्त बनाते हैं तो उनकी सर परस्ती कबूल करता हूं अगर खालिस मोहब्बत करते हैं तो मैं भी वैसे ही मोहब्बत करता हूं अमल करते हैं तो जजा देता हूं मैं ही उनके उमुर का मुदब्बीर हूं और उनके कुलूब का निगेहबान हू और उनके अहवाल का मुतवल्ली हू मैंने उनके दिलों की तस्कीन सिर्फ अपने जिक्र ही से की है इसी से उनकी बीमारियों की शिफा है और उनके दिलों में रोशनी है मेरे सिवा किसी से ऊन्स नहीं पड़ते और मेरे पास ही अपने दिल की मंजिल बनाते हैं और उनको चैन भी नहीं आता शिवाये मेरे,
अये अल्लाह तू हमको भी उनके साथ मिला दे या रब्बुल आलमीन आमीन,,,
हज़रत जुलनून मिश्री
Julnoon misri
अल्लाह का फरमान
Allah Ka Farman
Islamic Waqia In Hindi
इस्लामिक वाक़्या इन हिंदी
islamic story in hindi
इस्लामिक स्टोरी इन हिंदी
Rate This Article
Thanks for reading: हज़रत जुलनून मिश्री मूसा पर अल्लाह का फरमान Allah Ka Farman Musa, Sorry, my Hindi is bad:)